सुरक्षा का भाव देती
जालियों की घेराबंदी
सुरक्षा किससे
और किसलिये।
बचना उनसे जो
लोभ पिपासु होकर
दूसरों के दुःख में
अपनी ख़ुशी ढूँढते हैं।
आख़िर इस असीम क्षेत्र में
सीमाओं की
क्या सचमुच आवश्यकता थी?
- नीरज मठपाल
फरवरी २०, २००५
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